Monday, October 02, 2017

स्मार्ट क्लासरूम और टेबलेट वाले गुरुजी

स्मार्ट क्लासरूम और टेबलेट वाले गुरुजी

चंडीगढ़ : देश के चार राज्यों : हिमाचल प्रदेश, आंध्रप्रदेश, गुजरात और मध्यप्रदेश के एजुकेशन सिस्टम का अध्ययन करने के बाद हरियाणा सरकार ने अपने यहां बच्चों के लनिर्ंग लेवल (सीखने के स्तर) में सुधार की कार्य योजना तैयार की है। प्रदेश सरकार के पास रिपोर्ट है कि पांचवीं का बच्चा तीसरी क्लास और तीसरी क्लास का बच्चा दूसरी या पहली क्लास के विषयों के बारे में कुछ नहीं जानता। इस रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने अगले साल दिसंबर 2018 तक बच्चों के लनिर्ंग लेवल को 80 फीसदी तक लाने की कार्य योजना तैयार की है।

मुख्यमंत्री ने सीएमओ और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में करीब दो घंटे तक हरियाणा के एजुकेशन सिस्टम में सुधार के उपायों पर चर्चा की। सीएमओ में बनाए जाने वाले सक्षम हरियाणा सेल से एजुकेशन सिस्टम में सुधार की मानीटरिंग होंगे, जिसमें 11 अधिकारियों व कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। राज्य के 119 ब्लाक और 22 जिलों में छह माह अध्ययन के बाद चार सूत्रीय शिक्षा सुधार कार्यक्रम लागू होगा। डीसी, एडीसी और सुशासन सहयोगी मिलकर इस योजना को अमल में लाएंगे।

सक्षम स्कूल पोर्टल बनाने का भी फैसला

सरकार ने सक्षम स्कूल पोर्टल भी बनाने का निर्णय लिया है, जिस पर सभी जिलों के आंकड़े मानीटर किए जाएंगे। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. केके खंडेलवाल और सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता की मौजूदगी में हुई इस बैठक में एजुकेशन सिस्टम में सुधार के लिए आकलन फ्रेम वर्क तैयार किया गया।

स्टार टीचर किए जाएंगे चिह्नित

सरकार ने हर जिले और स्कूल में स्टार शिक्षक चिह्नित करने की भी योजना बनाई है, ताकि उन्हें प्रोत्साहित कर बच्चों के लनिर्ंग लेवल में सुधार के लिए प्रेरित किया जा सके। कुछ स्कूलों में प्रयोग के तौर पर स्मार्ट क्लास रूम बनेंगे। शिक्षकों को टेबलेट देने की योजना है। टेबलेट पर वह खुद पढ़कर फिर बच्चों को स्कूलों में पढ़ाएंगे। सरकार पहले चरण में रोहतक, करनाल, झच्जर, सोनीपत, फतेहाबाद, यमुनानगर और नूंह को सक्षम जिले बनाने के लिए काम करेगी। फरवरी 2018 तक हर हाल में सभी स्कूलों में किताबें पहुंचाने के लिए काम चालू हो गया है।

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