Monday, October 02, 2017

8 सितंबर को छात्र सुरक्षा दिवस मनाने का प्रस्ताव भेजेगी सरकार - शिक्षा मंत्री

8 सितंबर को छात्र सुरक्षा दिवस मनाने का प्रस्ताव भेजेगी सरकार

शिक्षा मंत्री ने कहा कि बेहतर है सुझाव, मेरी खुद की रूचि है

गुरुग्राम:प्रदेश सरकार आठ सितंबर को प्रद्युम्न का बलिदान दिवस घोषित कराने एवं इस दिवस को छात्र सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजेगी। इससे बच्चों की सुरक्षा के प्रति तेजी से जागरूकता पैदा होगी। वह भारत विकास परिषद की ओर से आयोजित राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता में शिरकत करने पहुंचे थे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रद्युम्न की जिस दिन हत्या हुई, उस दिन को हर साल छात्र सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाए, इसके लिए हरसंभव प्रदेश सरकार प्रयास करेगी। व्यक्तिगत प्रयास को भी तैयार हैं। बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। प्रद्युम्न की हत्या के बाद से स्कूलों के ऊपर सख्ती और बढ़ा दी गई है। सभी को स्पष्ट शब्दों में कह दिया गया है कि सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रबंधन की है। प्रशासन के लोग समय-समय पर सुरक्षा के बारे में जानकारी हासिल करते रहेंगे।

अभिभावकों को भी जागरूक करने पर विचार

 बच्चों की सुरक्षा के ऊपर किस प्रकार ध्यान दिया जाए, इस बारे में न केवल स्कूलों के स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाएगा बल्कि अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा। कई घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, उसके पीछे मूल कारण जागरूकता का अभाव है। इस स्थिति से जल्द ही निजात मिलेगी। बता दें कि गत आठ सितंबर को सोहना रोड गांव भोंडसी के नजदीक स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी गई। 24 सितंबर को नया गांव में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अधिवक्ता गो¨वद नारायण ने आठ सितंबर को न केवल प्रद्युम्न का बलिदान दिवस घोषित करने का बल्कि इस दिवस को छात्र सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा था। इसे सभा में उपस्थित लोगों ने एक सुर से स्वीकार करते हुए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया था। गोविद नारायण ने प्रस्ताव प्रदेश सरकार से लेकर केंद्र सरकार को उसी दिन भेज दिया था। यही नहीं हस्ताक्षर अभियान भी शुरू कर दिया गया है। प्रद्युम्न के पिता वरुणचंद की भी इच्छा है कि कुछ ऐसा हो जिससे कि उनके बेटे की तरह किसी और का बेटा दुनिया से न जाए।

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